ग्वार एक उष्ण कटिबन्धीय पौधा है| इसको गर्म मौसम की आवश्यकता होती है| बुवाई के समय 30 से 35 डिग्री सेन्टीग्रेड तापक्रम अच्छे अंकुरण के लिये और 32 से 38 डिग्री सेन्टीग्रेड तापक्रम पर वानस्पतिक वृद्धि अच्छी होती है|
इसकी खेती मध्यम से हल्की भूमि जिसका पी एच मान 7.0 से 8.5 तक हो सर्वोत्तम रहती है| खेत में पानी का ठहराव फसल को अधिक हानि पहुंचाता है|
ग्वार की बुवाई का उपयुक्त समय जुलाई के प्रथम सप्ताह से 25 जुलाई तक है और जहाँ सिंचाई के साधन उपलब्ध हो वहां पर ग्वार की फसल की बोनी जून के अन्तिम सप्ताह में भी कर सकते हैं या मानसून प्रारम्भ के बाद तथा ग्रीष्म ऋतु मे फरवरी के अन्तिम सप्ताह से मार्च के प्रथम सप्ताह में की जानी चाहिए|
फसल में फूल आने तथा फलियां बनने की अवस्था में वर्षा न होने की स्थिति या वर्षा का अन्तराल अधिक होने पर एक सिंचाई करने से उत्पादन में वृद्धि की जा सकती हैं|
सब्जी के लिए उगाई गई फसल से समय-समय पर लम्बी, मुलायम और अधपकी फलियाँ तोड़ते रहना चाहिए|